तकनीकी परिवर्तन आधुनिक अर्थव्यवस्था का मुख्य प्रेरक बल है, जो उत्पादन क्षमता, प्रतिस्पर्धात्मकता, नवाचार, रोजगार और शासन की गुणवत्ता में सुधार करता है। भारत जैसे विकासशील देश के लिए यह परिवर्तन आर्थिक रूपांतरण का आधार बनते हैं। आर्थिक विकास के लिए तकनीकी परिवर्तनों का उपयोग भूमिका आज के वैश्वीकरण और प्रतिस्पर्धी आर्थिक वातावरण में टेक्नोलॉजी आर्थिक प्रगति का मुख्य इंजन बन चुकी है। चाहे वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हो, डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम, इंडस्ट्री 4.0, जैव-प्रौद्योगिकी, हरित प्रौद्योगिकी या ई-गवर्नेंस—तकनीकी नवाचार सीधे-सीधे उत्पादकता, रोजगार, व्यापार दक्षता, शासन क्षमता और सामाजिक कल्याण को प्रभावित करते हैं। UPSC/PCS के दृष्टिकोण से, यह विषय भारतीय अर्थव्यवस्था, विज्ञान एवं तकनीक, शासन, विकास नीतियों और समकालीन मुद्दों का एक अभिन्न हिस्सा है। टेक्नोलॉजी और आर्थिक विकास का संबंध 1. उत्पादकता वृद्धि (Productivity Growth) तकनीक का सबसे बड़ा प्रभाव उत्पादन क्षमता बढ़ाने में है। मशीनरी, ऑटोमेशन, रोबोटिक्स → तेज उत्पादन डिजिटल उपकरण → समय और लागत की बचत डेटा एनालिटिक्स → कुशल न...