किसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए एक सुनियोजित योजना समिति होती है। इस योजना समिति के द्वारा देश के विकास के लिए योजना प्रारूप तैयार किया जाता है। भारत में आर्थिक नियोजन की प्रमुख उपलब्धियां निम्नलिखित बिंदु भारत में आर्थिक नियोजन की बारह प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हैं। 1. राष्ट्रीय आय और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि: योजना अवधि के दौरान राष्ट्रीय आय में कई गुना वृद्धि हुई है। 1901 से 1947 तक राष्ट्रीय आय में औसत वार्षिक वृद्धि 1.2 प्रतिशत दर्ज की गई थी। यह वृद्धि 1950 से 2000-01 तक 3 प्रतिशत दर्ज की गई थी। इसके अलावा, राष्ट्रीय आय की औसत वार्षिक वृद्धि दर 1970-80 में 4 प्रतिशत थी, जो 1990-2000 में बढ़कर 5 प्रतिशत हो गई। प्रति व्यक्ति आय जो 1950-51 में वर्तमान कीमतों पर 254.7 थी, बढ़कर रु। 1980-81 में 1741.3 से रु। 1990-91 में 5365.3 और आगे रु। 2000-01 में 16563.5 रुपये होने की उम्मीद है। 2003-04 के दौरान 20860.0। 2. कृषि में विकास: योजना अवधि के दौरान कृषि उत्पादकता में भी वृद्धि हुई है। खाद्यान्न का उत्पादन जो 1950-51 में 510 लाख टन था, 1990-91 में बढ़कर 176.4 मिलियन टन और 2