Insurance policy me surrender value kya hai, इंश्योरेंस पॉलिसी में सरेंडर वैल्यू क्या है और यह कैसे निकाले पूरी जानकारी
सरेंडर वैल्यू वह रकम है जो इंश्योरेंस कंपनी पॉलिसी होल्डर को तब देती है जब वह अपनी पॉलिसी को मैच्योरिटी से पहले बंद करता है।
इंश्योरेंस पॉलिसी में सरेंडर वैल्यू क्या है?
जब कोई व्यक्ति लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी लेता है, तो वह एक निश्चित समय तक प्रीमियम जमा करता है। लेकिन कभी-कभी किसी कारणवश वह अपनी पॉलिसी को बीच में ही बंद (Cancel) करना चाहता है।
ऐसे में इंश्योरेंस कंपनी उस व्यक्ति को कुछ राशि वापस देती है, जिसे “Surrender Value” (सरेंडर वैल्यू) कहा जाता है।
सरेंडर वैल्यू के प्रकार (Types of Surrender Value in Insurance)
सरेंडर वैल्यू के मुख्यतः दो प्रकार होते हैं:
1. गैर-गारंटीड सरेंडर वैल्यू (Non-Guaranteed Surrender Value)
- यह वैल्यू कंपनी की नीति और बोनस पर निर्भर करती है।
- अगर आपने पॉलिसी केवल कुछ साल ही चलाई है, तो आपको कम राशि मिलेगी।
- यह बोनस या कंपनी के प्रदर्शन के अनुसार बदल सकती है।
2. गारंटीड सरेंडर वैल्यू (Guaranteed Surrender Value)
- यह पॉलिसी डॉक्यूमेंट में पहले से तय होती है।
- आमतौर पर यह उस प्रीमियम का 30% से 90% तक हो सकती है जो आपने भरा है (पहले साल के प्रीमियम को छोड़कर)।
- यह सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है।
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सरेंडर वैल्यू कैसे निकाली जाती है? (Surrender Value Calculation Formula)
इंश्योरेंस कंपनी सरेंडर वैल्यू निकालने के लिए एक फॉर्मूला इस्तेमाल करती है:
Surrender Value = (Total Premiums Paid – First Year Premium) × Surrender Value Factor + Bonus (if any)
जहां
- Total Premiums Paid = अब तक भरे गए कुल प्रीमियम
- Surrender Value Factor = कंपनी द्वारा तय किया गया प्रतिशत
- Bonus = पॉलिसी पर मिलने वाला रिवर्जनरी बोनस (यदि लागू हो)
उदाहरण से समझें (Example to Understand Surrender Value)
मान लीजिए रवि कुमार ने 10 साल की लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी ली है,
जिसका सालाना प्रीमियम ₹20,000 है।
उन्होंने 5 साल तक प्रीमियम भरा और अब वे पॉलिसी सरेंडर करना चाहते हैं।
विवरण | राशि (₹) |
---|---|
कुल प्रीमियम भरा | ₹1,00,000 |
पहले साल का प्रीमियम | ₹20,000 |
सरेंडर फैक्टर (50%) | 0.5 |
बोनस (मान लें) | ₹5,000 |
Surrender Value = (1,00,000 – 20,000) × 0.5 + 5,000 = ₹45,000
यानी रवि कुमार को ₹45,000 वापस मिलेंगे।
सरेंडर वैल्यू कब मिलती है? (Eligibility for Surrender Value)
- सामान्यतः 3 साल तक लगातार प्रीमियम भरने के बाद ही सरेंडर वैल्यू का अधिकार मिलता है।
- अगर आपने 3 साल से पहले पॉलिसी बंद कर दी तो कोई राशि वापस नहीं मिलती।
- ULIP (Unit Linked Insurance Plan) में सरेंडर करने पर चार्ज लग सकता है और पैसे 5 साल के बाद मिलते हैं।
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सरेंडर वैल्यू और पेड-अप वैल्यू में अंतर (Difference Between Surrender Value and Paid-up Value)
आधार | सरेंडर वैल्यू | पेड-अप वैल्यू |
---|---|---|
परिभाषा | पॉलिसी बंद करने पर मिलने वाली राशि | प्रीमियम बंद करने पर पॉलिसी छोटी राशि के साथ जारी रहती है |
बीमा कवरेज | समाप्त हो जाता है | जारी रहता है (कम राशि पर) |
भुगतान का समय | तुरंत | मैच्योरिटी या मृत्यु पर |
उपयुक्त कब | जब आप पॉलिसी नहीं रखना चाहते | जब आप आगे प्रीमियम नहीं भर सकते |
रियल लाइफ केस स्टडी 1: जीवन बीमा सरेंडर केस
केस – श्रीमती सीमा शर्मा Gaya (Bihar)
- पॉलिसी: LIC Endowment Plan (15 साल)
- सालाना प्रीमियम: ₹25,000
- अवधि: 15 वर्ष
- भुगतान किए वर्ष: 7 वर्ष
सीमा जी ने पारिवारिक जरूरतों के कारण 7वें साल में पॉलिसी सरेंडर की। LIC के अनुसार, उनका सरेंडर फैक्टर 60% था।
Calculation:
(₹1,75,000 – ₹25,000) × 0.60 = ₹90,000
- बोनस ₹8,000 = ₹98,000
सीमा जी को लगभग ₹98,000 का भुगतान किया गया।
रियल लाइफ केस स्टडी 2: ULIP पॉलिसी सरेंडर
केस – श्री अमन वर्मा Lucknow (Uttar pardesh)
- ULIP पॉलिसी: 10 साल की
- सालाना प्रीमियम: ₹50,000
- अवधि: 10 वर्ष
- भुगतान किए वर्ष: 4 वर्ष
ULIP प्लान में सरेंडर चार्जेज पहले 5 साल तक रहते हैं।
अमन जी ने 4वें वर्ष सरेंडर किया, तो उन्हें लगभग 30% कटौती के बाद रकम मिली।
Calculation:
कुल निवेश = ₹2,00,000
कटौती = ₹60,000 (30%)
मिलने वाली राशि = ₹1,40,000
उन्हें ₹1,40,000 प्राप्त हुए।
सरेंडर करने से पहले सोचें (Important Points Before Surrendering Policy)
-
लॉन्ग-टर्म नुकसान:
सरेंडर करने से आपको भविष्य का बोनस और मैच्योरिटी बेनिफिट नहीं मिलेगा। -
टैक्स बेनिफिट खत्म:
Section 80C और 10(10D) के टैक्स फायदे समाप्त हो जाएंगे। -
रीस्टार्ट करना मुश्किल:
दोबारा नई पॉलिसी लेने पर प्रीमियम ज्यादा हो सकता है। -
अंतिम विकल्प के रूप में सोचें:
पहले Loan Against Policy या Paid-Up Option पर विचार करें।
सरेंडर वैल्यू बढ़ाने के तरीके (How to Increase Surrender Value)
- पॉलिसी को कम से कम 5 साल तक जारी रखें।
- बोनस वाले प्लान चुनें (Endowment या Money Back Plans)।
- पॉलिसी को Paid-Up बनाने के बाद सरेंडर करें।
- ULIP में Lock-in Period के बाद सरेंडर करें ताकि चार्ज कम लगे।
पॉलिसी सरेंडर की प्रक्रिया (Process to Surrender Insurance Policy)
- अपनी पॉलिसी ब्रांच पर जाएं
वहां से “Surrender Form” प्राप्त करें। - ज़रूरी दस्तावेज़ जमा करें:
- पॉलिसी डॉक्यूमेंट
- ID प्रूफ
- कैंसिल चेक
- पैन कार्ड
- सरेंडर रिक्वेस्ट सबमिट करें।
- कंपनी 5–10 कार्यदिवसों में भुगतान करती है।
सरेंडर वैल्यू से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ on Surrender Value)
1. क्या हर पॉलिसी में सरेंडर वैल्यू मिलती है?
नहीं, केवल पारंपरिक (Traditional) और ULIP पॉलिसियों में ही मिलती है।
2. क्या पहले साल में सरेंडर करने पर पैसा मिलता है?
नहीं, पहले 3 साल तक सरेंडर करने पर कोई राशि नहीं मिलती।
3. क्या सरेंडर वैल्यू पर टैक्स लगता है?
अगर पॉलिसी 5 साल से पहले सरेंडर की जाए तो उस पर टैक्स लग सकता है।
4. क्या सरेंडर वैल्यू से बेहतर कोई विकल्प है?
हां, Paid-Up Option चुन सकते हैं, जिससे पॉलिसी चालू रहती है।
5. क्या मैं ऑनलाइन सरेंडर कर सकता हूँ?
कई कंपनियाँ (जैसे LIC, HDFC Life, ICICI Prudential) अब ऑनलाइन सरेंडर सुविधा देती हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
सरेंडर वैल्यू इंश्योरेंस पॉलिसी का एक अहम हिस्सा है जो आपको यह समझने में मदद करता है कि अगर आप बीच में पॉलिसी छोड़ना चाहें तो कितना पैसा मिलेगा।
लेकिन ध्यान रहे —
इंश्योरेंस पॉलिसी को सरेंडर करना हमेशा फायदेमंद नहीं होता।
यह कदम केवल तब उठाएं जब आर्थिक स्थिति मजबूर करे या पॉलिसी आपकी जरूरतों को पूरा न कर रही हो।
स्मार्ट सलाह:
पॉलिसी सरेंडर करने से पहले अपने एजेंट या कंपनी के सलाहकार से पूरी वैल्यू और चार्जेस की जानकारी अवश्य लें।
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