दुनिया का हर इंसान अपने जीवन में कभी न कभी किसी से प्रेम जरूर किया है। प्यार यौन इच्छा की पूर्ति नहीं इसके पीछे वैज्ञानिक कारण है। प्यार में मानव शरीर में उपलब्ध हार्मोन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्यार होने का वैज्ञानिक कारण वासना आकर्षण और लगाव का विज्ञान है अध्ययनों से पता चला है कि मस्तिष्क प्यार के प्रति कैसे प्रतिक्रिया करता है - जैव रसायन में शोध डेटा इस विचार का समर्थन करते हैं कि हम प्यार की खोज में अत्यधिक भावनाओं से गुजरते हैं। प्यार होने का रोमांच छाती में दिल धड़कता है शब्द गड़बड़ हो जाते हैं और आप उस व्यक्ति की एक झलक पाने के लिए कोशिश करते हैं। बातचीत शुरू करने के लिए बहाने ढूंढते हैं, उन्हें हंसाने की पूरी कोशिश करते हैं और जवाब देते हैं। प्यार के लिए दिल नहीं दिमाग जिम्मेदार है। यह पता चला है कि प्रेम के आसपास के रूपक और अतिशयोक्ति पानी पकड़ते हैं। पिछले दशकों के अध्ययनों से पता चला है कि मस्तिष्क प्यार के प्रति कैसे प्रतिक्रिया करता है - जैव रसायन में शोध निष्कर्ष इस विचार का समर्थन करते हैं कि हम प्यार की खोज में अत्यधिक भावनाओं से गुजरते हैं। आइए शुरुआत से शुर